Shaheed Hemu Kalani Educational Society celebrated the birthday of Dada J.P Vaswani ji as
2-Aug- 2023
शहीद हेमू कालानी एजूकेशनल सोसायटी ने मनाया 
“विश्‍व क्षमा दिवस” के रूप में दादा जे.पी. वासवानी का जन्‍म दिन

परमहंस संत हिरदाराम साहिबजी के आशीर्वाद एवं परम श्रद्धेय सिद्ध भाऊजी की प्रेरणा एवं मार्गदर्शन में शहीद हेमू कालानी एजुकेशनल सोसाइटी के समस्त स्कूल एवं कॉलेज प्रति वर्ष दादा जे.पी. वासवानी का जन्मदिन क्षमा दिवस के रूप में मनाते आ रहे हैं। इस वर्ष भी आज दिनांक 2 अगस्‍त को “विश्व क्षमा दिवस” का आयोजन संयुक्‍त रूप से नवनिध स्‍कूल के ऑडिटोरियम में आयोजित किया गया जिसमें नवनिध, मिठी गोबिंदराम स्‍कूल व संत हिरदाराम गर्ल्‍स कालेज के विद्यार्थी उपस्थित थे। 
कार्यक्रम के मुख्‍य अतिथि सुप्रसिद्ध डॉ. राजकुमारी चोटरानी थी जो साधू वासवानी मिशन से कई वर्षों से जुड़ी हुई हैं और दादा जे.पी वासवानी एवं परमहंस संतजी की अनन्य अनुयायी हैं। उनके साथ ही विशेष अतिथि थी संस्‍कार स्‍कूल की उप-प्राचार्या श्रीमती रेनु नरियानी, श्रीमती कविता बालचंदानी  तथा सुप्रसिद्ध अभिनेता एवं टी.वी. एंकर मोहित शेवानी।
कार्यक्रम में श्रद्धेय भाऊजी ने अपने सम्‍प्रेषित संदेश में कहा कि हमारी संस्कृति का आधार वसुधैव  कुटुंबकम है अर्थात यह विश्व एक बड़ा परिवार है।  सभी में उसी ईश्‍वर का वास है तो क्यों किसी से बैर रखें, क्यों न सभी को क्षमा कर दें या यदि हमने कोई गलती की है तो क्षमा मांग लें। व्यक्ति में वास्तविक आनंद व संतोष  क्षमा करने व क्षमा मांगने से आता है।  इससे हमारा मन भी निर्मल होगा और अहंकार से दूर रहेगा। जिस व्यक्ति के मन में नम्रता होगी वो न क्षमा मांगने में देर करेगा और न क्षमा करने में। जीवन के अंतिम समय में व्यक्ति सभी से मन ही मन क्षमा मांगता है। अंत समय में माफी मांगने की अपेक्षा जीवन में समय-समय पर क्षमा मांगना सीखें। यदि मन में बदले की भावना रहेगी तो इससे हमारा ही नुकसान होता है। मन शांत व एकाग्र नही होने से कार्य में मन नहीं लगता और कई प्रकार की मानसिक और शारीरिक व्याधियां हमें घेर लेतीं हैं। क्षमा करने के लिए अपने मन को मार कर, अपने अहंकार को विगलित  करके,  हृदय को निर्मल बनाकर ही किसी को क्षमा किया जा सकता है।
डॉ. राजकुमारी चोटरानी समय-समय पर उपनगर के स्कूलों एवं परिवारों से संपर्क कर साधू वासवानी मिशन के उपदेशों एवं कार्यों से उन्हें अवगत कराती रहती हैं। मुख्‍य अतिथि के रूप में संबोधित करते हुए संत हिरदाराम साहिबजी और श्रद्धेय दादा जे.पी. वासवानी की कृपा से हुए अपने अनुभवों के बारे में बताते हुए उन्‍होंने कहा कि उनके कई कार्य संतों के दर्शन मात्र से ही चमत्कारिक रूप से सिद्ध हो गए। उनके दोनों सुपुत्र पढ़ाई में उत्क्रष्ट प्रदर्शन करते हुए डॉक्टर बन गए हैं। जबसे उन्होंने दादा जे.पी. वासवानी के क्षमा करने और क्षमा मांगने के मूल मन्त्र को अपनाया है उनके मन से सब मैल साफ हो गया है। विद्यार्थियों को अपनी पढ़ाई पर ध्यान देने के साथ ही अन्य गुणों जैसे  नम्रता, पवित्रता, शिष्टाचार, संस्कार, क्षमा करना एवं क्षमा मांगना आदि को आत्मसात करना चाहिए जिससे उनका जीवन सफल व सुन्दर बन सके। क्षमा का महत्‍व बताते हुए उन्‍होंने कहा कि हम किसी से बैर न रखें बल्कि सभी को क्षमा कर दें अपनी गलती की है तो तुरंत उसकी क्षमा मांग लें। श्रीमती रेनू नरियानी ने भी विद्यार्थियों को मीरा मिशन तथा साधू टी.एल. वासवानी एवं दादा जे.पी. वासवानी के संबंध में जानकारी दी।
कार्यक्रम के प्रारम्‍भ में नवनिध स्‍कूल की प्राचार्या श्रीमती अमृता मोटवानी ने स्‍वागत उदबोधन दिया। मीरा मिशन से प्राप्‍त पत्रिका ‘मीरा’ एवं क्षमा दिवस की भावना का प्रकट करनेवाले रिस्‍ट बैंड विद्यार्थियों को वितरित किये गये। 
कार्यक्रम में शहीद हेमू कालानी एजुकेशनल सोसाइटी के उपाध्‍यक्ष श्री हीरो ज्ञानचंदानी, सचिव श्री ए.सी. साधवानी, प्रशासनिक अधिकारी श्री भगवान् बाबाणी, प्राचार्यगण श्रीमती डालिमा पारवानी, श्रीमती अमृता मोटवानी, श्री अजय बहादुर सिंह उपस्थित थे। 
कार्यक्रम का कुशल संचालन सुश्री मीनल सिंह ने किया।

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