भारतीय सेना में रोज़गार के अवसर विषय पर अभिप्रेरणा सेमीनार का आयोजन
14-Apr- 2022

भारतीय सेना में रोज़गार के अवसर

विषय पर अभिप्रेरणा  सेमीनार का आयोजन

       भारतीय सेना के विभिन्‍न अंगो में उपलब्‍ध रोज़गार के अवसरों एवं इस हेतु आवश्‍यक प्रक्रिया की पर्याप्‍त जानकारी उपलबध करवाने और उन्‍हें सेना में भर्ती होने हेतु अभिप्रेरित करने के उद्येश्‍य से संत हिरदाराम नगर और गांधीनगर के विभिन्‍न विद्यालयों में अध्‍ययनरत कक्षा 11वीं एवं 12वीं के विद्यार्थियों हेतु  शहीद हेमू कालानी एजूकेशनल संस्‍था द्वारा एक अभिप्रेरणा सेमीनार का आयोजन दिनांक 13 अप्रेल 2022 को ब्रह्मलीन संत हिरदाराम साहिब जी के परम शिष्‍य एवं संस्था के प्रेरणास्त्रोत परम श्रद्धेय सिद्ध भाऊजी की अनुकंपा एवं उनकी पावन उपस्थिति में संत हिरदाराम कन्‍या महाविद्यालय के सभागार में किया गया।

            कार्यक्रम का शुभारम्‍भ कार्यक्रम का शुभारंभ माँ सरस्वतीमाँ भारती एवं ब्रह्यलीन संत हिरदाराम साहिब जी के छाया चित्रों पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्ज्वलन के साथ हुआउसके बाद सोसायटी के सचिव श्री ए.सी.साधवानी ने इस सेमीनार के उद्येश्‍यों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि राष्ट्र के उत्थान और गौरवगाथा का प्रारंभ उसकी सैन्य शक्ति से ही परिलक्षित होता है। वे लोग सौभाग्यशाली होते हैं जो देश सेवा में सहभागी बनते हैं। अतः छात्र देश सेवा के लिए आगे आएँ और अपने अध्ययन के प्रति गंभीर रहकर राष्ट्र की निधि बने।

            परम श्रद्धेय सिद्ध भाऊजी जी ने अपने आशीष वचन में कहा कि आज का युवा देश भक्ति के मार्ग से भटक गया है इसलिए लोग आपसी लड़ाई में देश की सम्‍पति को नुक्‍सान पहुंचा रहे हैं। आपस में जितना भी विवाद या झगड़े हों उसमें सार्वजनिक सम्‍पति को हानि पहुंचाना देश को बहुत बड़ी क्षति पहुंचाने जैसा है। चंद लोगों के कट्टर मनोवृति के कारण देश के नाम पर विपरीत प्रभाव पड़ता है।  राष्ट्र प्रेम प्रत्येक नागरिक का नैतिक एवं प्रथम कर्तव्य है, जिसकी पूर्णता हम सभी का उत्तर-दायित्व है। अतः भारतीय सेना राष्ट्र की रीढ़ की हड्डी है जिसके मजबूत कन्धों पर ही राष्ट्र की आधारशिला टिकी है। सैनिक बनना अपने आप में अत्यंत गर्व और देशभक्ति का परिचायक है। इस मूलभावना को बच्चों में विद्यार्थी जीवन से ही निरूपित किया जाना चाहिए। ताकि देश सेवा के प्रति उनकी संकल्प शक्ति दृढ़ हो सके। साथ ही परम श्रद्धेय सिद्ध भाऊजी ने उपस्थित विदयार्थीशिक्षकों  एवं गणमान्‍य नागरिकों से आग्रह किया की वह सभी अपने मोबाइल में ‘’भारत के वीर’’ एप डाउनलोड करें और अपने जेब खर्च में से कुछ राशि बचा कर प्रतिमाह देश के वीर जवानों की सहायता प्रेषित करें।  

            कार्यक्रम के मुख्‍य वक्‍ता कर्नल पारवानी जी ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि सेना कोई व्यवसाय मात्र नहीं है अपितु जीवन को गौरव और साहस के साथ जीने का मार्ग एवं तरीका है। यह सेवा भाव है और ऐसा जीवन वही मनुष्य जी सकता है जिसमें वीरतास्वाभिमानअनुशासन के गुण हों। उन्होंने विद्यार्थियों को अभिप्रेरित करते हुए भारतीय सेना का महत्वउपयोगिताव्यावसायिक संभावनाओंचयन प्रक्रिया का विस्तृत विवरण प्रस्तुत किया। साथ ही बताया कि सेना प्रतिभा सम्पन्न युवाओं के उच्च एवं उच्चतर शिक्षा का पूर्ण व्यय भी उठाती है। सैन्य जीवन में रोमांचक अनुभवों से गुजरते हुए सैनिक राष्ट्र के प्रति प्रेम एवं प्रसन्नता का भाव महसूस करता है। उन्‍होंने यह भी बताया कि यदि वे भारतीय सेना का चयन करते हैतो उनके व्यक्तित्व में निम्न बिन्दुओं का समावेष सहजता से हो जाता है - व्यावसायिक संतुष्टि अर्थात् कार्य आत्म संतुष्टिव्यावसायिक स्थिरताशारीरिक सौष्ठवआर्थिक सक्षमताउत्तम जीवन स्तरउत्कृष्ट सामाजिक स्तरगौरवानुभूतिरोमांचकतायोग्यतासक्षमता का अधिभार सरकार द्वारा व्यावसायिक तकनीकी ज्ञान अभिवृद्धि की उपलब्धिविविधता का अनुभव ये सभी लाभ आपके व्यक्तित्व को निष्चित रूप से सकारात्मकता प्रदान करते है। 

कार्यक्रम में सुधार सभा के महासचिव श्री विष्‍णु गेहाणीमिठी गोबिंदराम पब्लिक स्‍कूल के प्राचार्य डॉ. अजयकांत शर्मानवनिध स्‍कूल की प्राचार्या श्रीमती अमृता मोटवानीलक्ष्‍मीदेवी विक्‍योमल सराफ हा.से. स्‍कूल की प्राचार्या श्रीमती जयश्री ममतानीप्रेरणा किरण पब्लिक स्‍कूल की प्राचार्या श्रीमती आरती कुलकर्णीसी.एच.आई. गर्ल्‍स स्‍कूल की प्रचार्या श्रीमती प्रिया जैन शर्मामुकिता इंटरनेशनल पब्लिक स्‍कूल की प्राचार्या श्रीमती वर्षा त्रिपाठी दीपमाला पगारणी संस्‍कार स्‍कूल के श्री बसंत चेलानी एवं अन्‍य गणमान्‍य नागरिक तथा शिक्षक गण उपस्थित थे।


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